ये दुनिया…
किसे डराती है दुनिया और किसे सलाम करती है,जो भी करती है अपने मतलब से करती है। नीति को राजनीति सिखाती है,भ्रष्टों को मालाएं पहनाती है,निभाती है हर फ़र्ज़ वो…
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ये दुनिया…
किसे डराती है दुनिया और किसे सलाम करती है,जो भी करती है अपने मतलब से करती है। नीति को राजनीति सिखाती है,भ्रष्टों को मालाएं पहनाती है,निभाती है हर फ़र्ज़ वो…
जैसा कि आप सब को विदित हो ही चुका होगा कि आज हम किस बारे में चर्चा करने जा रहें हैं लेकिन यहाँ मैं आप सभी को एक बात स्पष्ट…
"क्या तुम मेरे बिना एक कदम भी चल पाओगे ? बड़े आये अकेले सफर तय करने वाले, अकेले रह नहीं सकते और पीछा छुड़ाने की बात करते हो।" अब अपनी…